Neeraj Chopra का ऐतिहासिक थ्रो: पेरिस ओलंपिक 2024 के फाइनल में धमाकेदार एंट्री

नीरज चोपड़ा ने एक बार फिर अपनी असाधारण प्रतिभा का परिचय देते हुए पेरिस ओलंपिक 2024 के पुरुष भाला फेंक स्पर्धा के फाइनल में अपनी जगह पक्की कर ली। नीरज ने अपने पहले ही प्रयास में 89.34 मीटर का शानदार थ्रो किया, जो इस सीजन का उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन था।

नीरज की अटूट दृढ़ता

26 वर्षीय नीरज चोपड़ा ने क्वालीफिकेशन राउंड में अपने पहले ही थ्रो में 84 मीटर के स्वचालित क्वालीफाइंग मार्क को पार करते हुए ग्रुप बी में शीर्ष स्थान हासिल किया। उनका यह प्रयास उनके करियर का दूसरा सर्वश्रेष्ठ था, जिसने उनके फिटनेस को लेकर चल रही अटकलों को भी विराम दे दिया। नीरज ने खुलासा किया था कि वह ओलंपिक की तैयारी के दौरान एडक्टर इंजरी से जूझ रहे थे, लेकिन इस थ्रो ने साबित कर दिया कि वह पूरी तरह फिट हैं। उनका व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ 89.94 मीटर है, जो उन्होंने 2022 में हासिल किया था।

अन्य भारतीय और अंतर्राष्ट्रीय प्रदर्शन

प्रतियोगिता में शामिल अन्य भारतीय खिलाड़ी किशोर जेना का प्रदर्शन निराशाजनक रहा। उन्होंने 80.73 मीटर का थ्रो किया और फाइनल में जगह बनाने में असफल रहे।

वहीं, पाकिस्तान के अरशद नदीम ने भी शानदार प्रदर्शन करते हुए 86.59 मीटर का थ्रो कर फाइनल के लिए क्वालीफाई किया। ग्रेनेडा के अनुभवी एंडरसन पीटर्स ने भी 88.63 मीटर का थ्रो कर फाइनल में अपनी जगह सुनिश्चित की।

नीरज का शानदार प्रदर्शन

नीरज के दिन के सबसे शानदार प्रदर्शन ने दर्शकों को चकित कर दिया। उनका प्रदर्शन इतना प्रभावशाली था कि इसे “वह आए, उन्होंने फेंका और उन्होंने विजय प्राप्त की” के रूप में वर्णित किया जा सकता है।

अन्य मुख्य आकर्षण

ग्रुप ए में, जर्मनी के जूलियन वेबर ने पहले दौर में 87.76 मीटर का थ्रो कर शीर्ष स्थान हासिल किया। पूर्व विश्व चैंपियन केन्या के जूलियस येगो (85.97 मीटर) और टोक्यो ओलंपिक के रजत पदक विजेता चेकिया के जैकब वडलेज (85.63 मीटर) क्रमशः दूसरे और तीसरे स्थान पर रहे। फिनलैंड के टोनी केरेनन (85.27 मीटर) 84 मीटर के स्वचालित योग्यता मार्क को पार करने वाले चौथे एथलीट बने।

भविष्य की संभावनाएं

जेना ने पिछले वर्ष अक्टूबर में एशियाई खेलों में 87.54 मीटर भाला फेंककर रजत पदक जीता था, जिससे उन्होंने ओलंपिक के लिए स्वतः ही स्थान सुनिश्चित कर लिया था। हालांकि, इस साल उनकी फॉर्म में गिरावट देखी गई, क्योंकि मंगलवार से पहले की छह प्रतियोगिताओं में उन्होंने केवल एक बार ही 80 मीटर का आंकड़ा पार किया था

नीरज चोपड़ा का यह प्रदर्शन न केवल उनके व्यक्तिगत करियर के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि यह भारतीय खेलों के लिए भी एक गौरवशाली क्षण है। उनकी सफलता आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणास्रोत बनेगी। पेरिस ओलंपिक 2024 के फाइनल में नीरज से सभी को एक और ऐतिहासिक प्रदर्शन की उम्मीद है।

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