Dawid Malan का संन्यास: क्रिकेट की दुनिया से एक महान बल्लेबाज की विदाई
इंग्लैंड के दिग्गज बल्लेबाज और पूर्व विश्व नंबर 1 टी20I खिलाड़ी डेविड मलान ने 37 साल की उम्र में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी है। यह घोषणा उन्होंने उस समय की, जब वह आगामी ऑस्ट्रेलिया सीरीज़ से बाहर हुए। मलान ने ब्रिटिश दैनिक ‘द टाइम्स’ के साथ अपने एक इंटरव्यू में इस बड़े फैसले का खुलासा किया। यह बात मायने रखती है कि मलान उन गिने-चुने अंग्रेजी खिलाड़ियों में से एक हैं, जिन्होंने टेस्ट, वनडे और टी20, तीनों प्रारूपों में शतक लगाए हैं। इसके बावजूद, पिछले साल भारत में हुए 50 ओवर के विश्व कप के बाद से मलान ने इंग्लैंड के लिए कोई मैच नहीं खेला था।
मलान ने इंटरव्यू में कहा, “मेरे लिए टेस्ट क्रिकेट हमेशा से शिखर रहा है। कई बार मैंने अच्छा खेला, लेकिन कई बार मैं निरंतरता नहीं बना पाया। यह निराशाजनक था क्योंकि मुझे हमेशा लगता था कि मैं इससे बेहतर खिलाड़ी हूं। लेकिन, सफेद गेंद के खेल में मैंने अपनी सभी उम्मीदों को पार कर लिया।”
मलान ने अपने करियर में 22 टेस्ट, 30 वनडे और 62 टी20 मैच खेले और कुल मिलाकर 4416 रन बनाए। उनकी अंतरराष्ट्रीय यात्रा की शुरुआत 2017 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ़ टी20 मैच से हुई थी, जिसमें उन्होंने मात्र 44 गेंदों में 78 रनों की धमाकेदार पारी खेली थी। इस प्रदर्शन ने उन्हें रातोंरात सुर्खियों में ला दिया था। हालांकि, 2017-18 के एशेज दौरे के दौरान उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में भी अपनी छाप छोड़ी, जब उन्होंने पर्थ में जॉनी बेयरस्टो के साथ साझेदारी करते हुए 140 रन बनाए थे।
टी20I क्रिकेट में मलान ने अपनी अद्वितीय क्षमता का परिचय दिया। खासकर 2019 में, जब उन्होंने न्यूजीलैंड के खिलाफ़ नेपियर में मात्र 48 गेंदों में शतक जमाया। उनके लगातार अच्छे प्रदर्शन ने उन्हें सितंबर 2020 में आईसीसी टी20I बल्लेबाज रैंकिंग में शीर्ष पर पहुंचा दिया। 2021 तक, मलान केवल 24 पारियों में 1000 टी20I रन बनाने वाले सबसे तेज़ पुरुष खिलाड़ी बन गए थे।
मलान का यह सफर सिर्फ़ यहां तक सीमित नहीं रहा। 2022 में उन्होंने ऑस्ट्रेलिया में हुए टी20 विश्व कप में भी अहम भूमिका निभाई। हालांकि, चोट के कारण वह नॉकआउट चरण से चूक गए थे। इसके बावजूद, मलान का इस टूर्नामेंट में योगदान अविस्मरणीय रहा।
इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) ने 28 अगस्त को मलान के संन्यास की पुष्टि की। मलान ने अपने करियर में टी20I में 1,892 रन, वनडे में 1,450 और टेस्ट क्रिकेट में 1,074 रन बनाए। जोस बटलर के बाद मलान इंग्लैंड के दूसरे खिलाड़ी हैं, जिन्होंने तीनों प्रारूपों में शतक लगाए हैं।
मलान ने अपने करियर के शुरुआती दौर में, 2017 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टी20I डेब्यू किया था। इसके बाद टेस्ट में डेब्यू किया, लेकिन उतनी सफलता नहीं मिली। हालांकि, एशेज सीरीज में पर्थ के WACA ग्राउंड पर उन्होंने अपना एकमात्र टेस्ट शतक जमाया।
टी20I में मलान का प्रदर्शन हमेशा से अद्भुत रहा है। 2020 में वे ICC की टी20I रैंकिंग में नंबर 1 पर पहुंचे और फिर केवल 24 पारियों में 1,000 रन बनाने का रिकॉर्ड भी अपने नाम किया। वह 2022 में इंग्लैंड के टी20 विश्व कप जीतने वाली टीम का भी हिस्सा थे।
मलान ने टाइम्स को दिए इंटरव्यू में अपनी निराशा जाहिर करते हुए कहा, “मेरे लिए टेस्ट क्रिकेट हमेशा से ही सबसे ऊंचा स्तर रहा है। कई बार मैंने अच्छा खेला, लेकिन लगातार नहीं खेल पाया, जिससे मुझे बहुत निराशा हुई। हालांकि, सफेद गेंद के प्रारूप में मैंने अपने आप को सभी उम्मीदों से ऊपर पाया।”
मलान ने अपने पूर्व कप्तान इयोन मोर्गन को धन्यवाद देते हुए कहा कि उन्होंने हमेशा उनका समर्थन किया और उन्हें आत्मविश्वास दिया। “इयोन मोर्गन ने हमेशा मुझ पर भरोसा जताया और हर मुश्किल घड़ी में मेरा साथ दिया। जब भी कोई सवाल उठता, वह सबसे पहले मुझे समर्थन देते। वह मुझसे कहते थे, ‘अगर तुम्हारे खेल में कुछ गड़बड़ है, तो मैं तुम्हें सबसे पहले बताऊंगा।'”
डेविड मलान ने अपना अंतरराष्ट्रीय करियर अब समाप्त कर लिया है। उन्होंने आखिरी बार नवंबर 2023 में पाकिस्तान के खिलाफ आईसीसी पुरुष क्रिकेट विश्व कप में इंग्लैंड के लिए खेला था। मलान की विदाई के साथ क्रिकेट की दुनिया एक और महान बल्लेबाज को अलविदा कह रही है, जिसने अपने बल्ले से कई यादगार पल दिए हैं।