trichy airport पर मिड-एयर तकनीकी खराबी के बाद एयर इंडिया एक्सप्रेस फ्लाइट की सुरक्षित लैंडिंग
एयर इंडिया एक्सप्रेस की trichy airport से शारजाह जाने वाली फ्लाइट में 144 यात्री सवार थे, जब यह मिड-एयर तकनीकी खराबी का सामना कर रही थी। फ्लाइट को हाइड्रोलिक फेल्योर की समस्या का सामना करना पड़ा, लेकिन विमान ने ट्रिची एयरपोर्ट पर सुरक्षित लैंडिंग की। इस घटना के बाद से हवाई अड्डे पर कई एम्बुलेंस और रेस्क्यू सेवाएं तैनात कर दी गई थीं ताकि किसी भी संभावित आपातकालीन स्थिति के लिए तैयार रहा जा सके।
विमान लगभग दो घंटे तक हवा में रहा और अंततः रात 8:14 बजे त्रिची एयरपोर्ट पर सुरक्षित लैंड किया। सभी यात्री सुरक्षित हैं, और कोई हानि नहीं हुई।
एयर इंडिया एक्सप्रेस की लैंडिंग गियर समस्या: दो घंटे बाद सुरक्षित लैंडिंग
यह घटना तब सामने आई जब शारजाह जाने वाली बोइंग 737 विमान को उड़ान भरने के कुछ देर बाद लैंडिंग गियर में समस्या का सामना करना पड़ा। 141 यात्रियों से भरा यह विमान त्रिची हवाई अड्डे से शाम 5:45 बजे रवाना हुआ था और लैंडिंग से पहले दो घंटे तक त्रिची के ऊपर मंडराता रहा ताकि ईंधन की खपत को कम किया जा सके। विमान ने रात 8:15 बजे सुरक्षित लैंडिंग की।
नागरिक उड्डयन मंत्रालय के अनुसार, “एयर इंडिया एक्सप्रेस फ्लाइट IX 613, जो त्रिची से शारजाह जा रही थी, ने त्रिची हवाई अड्डे पर सुरक्षित लैंडिंग की। फ्लाइट के लैंडिंग गियर में तकनीकी समस्या थी, लेकिन विमान सामान्य रूप से लैंड हुआ।”
बेली लैंडिंग की तैयारी, लेकिन सुरक्षित लैंडिंग
मंत्रालय ने यह भी बताया कि फ्लाइट को बेली लैंडिंग (बिना लैंडिंग गियर के उतरने की प्रक्रिया) की अनुमति दी गई थी, लेकिन विमान ने सुरक्षित रूप से सामान्य लैंडिंग की। विमान चालक लगातार एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) के संपर्क में था, और उसे बेली लैंडिंग के लिए निर्देशित किया गया था, लेकिन सभी चुनौतियों के बावजूद फ्लाइट ने सुरक्षित रूप से लैंड किया। इस घटना की जांच शुरू हो चुकी है और DGCA (नागरिक उड्डयन महानिदेशालय) को सूचित कर दिया गया है।
तकनीकी खराबी के कारण की जांच की जाएगी: एयर इंडिया
एयर इंडिया एक्सप्रेस के एक प्रवक्ता ने कहा कि तकनीकी खराबी का कारण पता लगाया जाएगा। उन्होंने कहा, “हम उन मीडिया रिपोर्ट्स से अवगत हैं जो त्रिची-शारजाह रूट पर ऑपरेट कर रही एयर इंडिया एक्सप्रेस फ्लाइट से संबंधित हैं। हम यह स्पष्ट करना चाहेंगे कि ऑपरेटिंग क्रू द्वारा कोई आपातकाल घोषित नहीं किया गया था। तकनीकी खराबी की रिपोर्ट के बाद, विमान ने ईंधन की खपत और वजन को कम करने के लिए कई बार निर्धारित क्षेत्र में चक्कर लगाए। इसके बाद विमान ने सुरक्षित एहतियाती लैंडिंग की। खराबी के कारण की पूरी जांच की जाएगी।”
वैकल्पिक विमान की व्यवस्था
एयरलाइन ने यह भी बताया कि यात्रियों को शारजाह ले जाने के लिए एक वैकल्पिक विमान की व्यवस्था की जाएगी। एयरपोर्ट निदेशक गोपालकृष्णन ने कहा कि “त्रिची से शारजाह जा रही फ्लाइट में हाइड्रोलिक फेल्योर की समस्या थी। 20 से अधिक एम्बुलेंस और फायर टेंडर हवाई अड्डे पर किसी भी बड़े हादसे को रोकने के लिए तैनात किए गए थे।”
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन की प्रतिक्रिया
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने भी इस घटना पर अपनी प्रतिक्रिया दी और जिला कलेक्टर को सभी यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और सहायता प्रदान करने के निर्देश दिए। उन्होंने X (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, “मुझे यह सुनकर खुशी हुई कि एयर इंडिया एक्सप्रेस की फ्लाइट ने सुरक्षित लैंडिंग की है। लैंडिंग गियर की समस्या की खबर मिलने के बाद, मैंने तुरंत अधिकारियों के साथ फोन पर एक आपात बैठक बुलाई और सभी आवश्यक सुरक्षा उपायों को लागू करने के निर्देश दिए, जिसमें फायर इंजन, एम्बुलेंस और चिकित्सा सहायता की तैनाती शामिल थी। मैंने जिला कलेक्टर को भी सभी यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और आगे की सहायता प्रदान करने के निर्देश दिए। मैं कैप्टन और क्रू को सुरक्षित लैंडिंग के लिए बधाई देता हूं।”
एयर इंडिया एक्सप्रेस: एक भरोसेमंद सेवाप्रदाता
एयर इंडिया एक्सप्रेस भारत की प्रमुख कम लागत वाली एयरलाइन है, जो देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सस्ती और सुरक्षित उड़ानें प्रदान करती है। इस घटना के बाद एयरलाइन ने जिस तरह की त्वरित कार्रवाई की, वह यह दर्शाता है कि यात्रियों की सुरक्षा के प्रति उनकी प्रतिबद्धता कितनी मजबूत है। हालांकि तकनीकी समस्याएं कभी-कभी होती हैं, लेकिन विमानन उद्योग के सुरक्षा मानकों और नियमों के कारण गंभीर हादसों से बचा जा सकता है।
इस घटना ने यह भी स्पष्ट किया कि कठिन परिस्थितियों में भी एयरलाइन और उसके कर्मचारियों का धैर्य और कौशल कितनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। विमान चालक दल और एयर ट्रैफिक कंट्रोल की कुशल रणनीति और संचार ने सैकड़ों यात्रियों की जान बचाई।
एयर इंडिया एक्सप्रेस की यह घटना एक तकनीकी खराबी के बावजूद सुरक्षा के उच्चतम मानकों को बनाए रखने का एक और उदाहरण है। यात्रियों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए सभी आवश्यक कदम उठाए गए और अंततः फ्लाइट ने सुरक्षित लैंडिंग की। इस घटना से यह भी स्पष्ट होता है कि भारत का विमानन उद्योग किस प्रकार आपात स्थितियों से निपटने में सक्षम है और यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कितने सतर्क हैं।