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Ayodhya Ram Mandir:तैयार हुआ अयोध्या श्री राम मंदिर उद्घाटन के लिए

Ayodhya

Ayodhya me बने राम मंदिर के बारे मे कुछ खास बातें

अयोध्या मे बनकर तैयार हुए प्रभु श्री राम के मंदिर का उद्घाटन पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा 22 जनवरी को किया जाएगा | बताया जा रहा हे इस उद्घाटन समारोह मे बड़ी बड़ी हस्तियां सरीखा होकर समारोह के मे चार चांद लगाएंगे | रिपोर्ट के अनुसार लगभग 15 से 20 हजार श्रद्धालु के ठहरने का इन्तेजाम प्रशासन ने किया है | साथ ही साथ सुरक्षा व्यवस्था भी एक अहम पहलू साबित होगा जिसे प्रशासन पूरे जोरों शोर से सुदृढ करने मे लगा हुआ है | पार्किंग से लेके लोगों के ठहरने और समारोह को पूरा करवाना प्रशासन के लिए एक बड़ा और महत्त्वपूर्ण कार्य साबित होगा | अतिथियों के आगमन और यातायात को दृष्टिगत रखते हुए रामनगरी में पांच स्थानों पर पार्किंग चिह्नित की जा चुकी है जिसमें 12 वीवीआईपी पार्किंग हैं। इनमें रामकथा पार्क फटिक शिला रामघाट सहित अन्य स्थान शामिल हैं। पार्किंगों को चिह्नित करने का काम अभी लगातार चल रहा है। महोत्सव तक इनकी संख्या में वृद्धि होगी।इसी कड़ी में बुधवार से एयरपोर्ट (Ayodhya Airport) की सुरक्षा केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के जवानों ने संभाल ली है। इनकी संख्या 250 से अधिक है। आधुनिक हथियारों से लैस जवानों ने विधिवत अपना दायित्व निभाना शुरू कर दिया। यहां तैनात रहे विशेष सुरक्षा बल (एसएसएफ) के जवान अब रामजन्मभूमि परिसर में रहेंगे। इन जवानों के परिसर में पहुंचने के बाद राम मंदिर की सुरक्षा में अब एसएसएफ जवानों की संख्या 550 से अधिक हो जाएगी।

Ayodhya Ram Mandir: देशभर के 121 वैदिक आचार्य रामजन्मभूमि परिसर में आज से करेंगे अनुष्ठान।देश के कोने कोने से 121 वैदिक आचार्यों कारसेवकपुरम पहुंच गए। इसमें कोई मध्य प्रदेश बिहार महाराष्ट्र वाराणसी उड़ीसा का तो काेई दिल्ली का है। नेपाल राष्ट्र के भी 12 आचार्य इस अनुष्ठान का संपादित कराने आए हैं। ये सभी रामजन्मभूमि परिसर की भूमि शांति के लिए यजुर्वेद का पारायण करेंगे जो नियमित रूप से 14 जनवरी मकरसंक्रांति तक चलेगा। 16 जनवरी से शुरू होने वाले रामलला के विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा का विधान अहम अनुष्ठान के साथ बुधवार को प्रारंभ हो जाएगा। इसे पूरा करने देश के कोने कोने से 121 वैदिक आचार्यों कारसेवकपुरम पहुंच गए। इसमें कोई मध्य प्रदेश , बिहार, महाराष्ट्र, वाराणसी, उड़ीसा का तो काेई दिल्ली का है।

नेपाल देश के भी 12 आचार्य इस अनुष्ठान का संपादित कराने आए हैं। ये सभी रामजन्मभूमि परिसर की भूमि शांति के लिए यजुर्वेद का पारायण करेंगे, जो नियमित रूप से 14 जनवरी मकरसंक्रांति तक चलेगा। अनुष्ठान की पूर्णाहुति यज्ञ से होगी। इसके तुरंत बाद ही प्राण प्रतिष्ठा का मूल स्वरूप सामने होगा।

16 से 21 जनवरी तक विभिन्न पूजन, अधिवास आदि वैदिक पूजन की प्रक्रियाएं पूरी होगी। 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा संपन्न की जाएगी। आचार्य दुर्गा प्रसाद ने बताया कि 10 जनवरी से वेद का पारायण सामूहिक रूप से प्रारंभ होगा।

उत्तर प्रदेश सरकार ने 22 जनवरी को घोषित की स्कूल कॉलेज की छुट्टी

उत्तर प्रदेश में प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को देखते हुए सरकार ने 22 जनवरी को स्कूल कॉलेजों की छुट्टी घोषित की है। इस दिन शराब की बिक्री पर भी प्रतिबंध लगाया गया है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि यह निर्देश सीएम योगी आदित्यनाथ के अयोध्या दौरे के बाद आए हैं। सीएम आज अयोध्या में थे, उन्होंने तमाम परियोजनाओं की समीक्षा की थी।

बताते चलें कि 22 जनवरी को अयोध्या में रामलला प्राण प्रतिष्ठा का भव्य कार्यक्रम निर्धारित है। दुनिया भर के दिग्गज इस दिन राम की नगरी में मौजूद रहेंगे। प्रधानमंत्री द्वारा प्राण प्रतिष्ठा के बाद मंदिर को आम श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया जाएगा।

समाचार एजेंसी ANI के अनुसार, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 22 जनवरी को राज्य भर के सभी शैक्षणिक संस्थानों में छुट्टी घोषित करने के निर्देश दिए हैं। सीएम ने यह भी कहा है कि इस दिन राज्य में शराब की दुकानें बंद रहेंगी

 

16 जनवरी से 22 तक ऐसा रहेगा कार्यक्रम

16 जनवरी से पूजन की प्रक्रिया आरंभ हो जाएगी

17 जनवरी को श्रीविग्रह का परिसर भ्रमण कराया जाएगा तथा गर्भगृह का शुद्धिकरण होगा।

18 जनवरी से अधिवास प्रारंभ होगा। दोनों समय जलाधिवास, सुगंध और गंधाधिवास भी होगा।

19 जनवरी को प्रातः फल अधिवास और धान्य अधिवास होगा।

20 जनवरी को सुबह पुष्प और रत्न व शाम को घृत अधिवास होगा।

21 जनवरी को प्रात: शर्करा, मिष्ठान और मधु अधिवास व औषधि और शैय्या अधिवास होगा।

22 जनवरी को मध्य दिवस में रामलला के विग्रह की आंखों से पट्टी हटायी जाएगी और उन्हें दर्पण दिखाया जाएगा।

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