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“Duleep trophy में रोहित शर्मा और विराट कोहली की धमाकेदार वापसी, जसप्रीत बुमराह का रहना तय नहीं”

“Duleep trophy में रोहित शर्मा और विराट कोहली की धमाकेदार वापसी, जसप्रीत बुमराह का रहना तय नहीं”

भारतीय क्रिकेट की दुनिया में हलचल मचाते हुए, आगामी दुलीप ट्रॉफी में टेस्ट कप्तान रोहित शर्मा और बल्लेबाजी के दिग्गज विराट कोहली सहित कई शीर्ष भारतीय क्रिकेटरों के भाग लेने की संभावना है। चयनकर्ता चाहते हैं कि बांग्लादेश के खिलाफ आगामी घरेलू श्रृंखला से पहले सभी टेस्ट खिलाड़ी घरेलू टूर्नामेंट में भाग लें, जिससे उनकी फॉर्म और फिटनेस का आकलन किया जा सके।

टूर्नामेंट की तैयारी और खिलाड़ियों का चयन

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, अजीत अगरकर की अगुवाई वाली बीसीसीआई चयन समिति दुलीप ट्रॉफी में भाग लेने के लिए चार टीमों – भारत ए, भारत बी, भारत सी, और भारत डी – का चयन करेगी। इस टूर्नामेंट में भाग लेने के लिए रोहित शर्मा और विराट कोहली के अलावा शुभमन गिल, केएल राहुल, रवींद्र जडेजा, यशस्वी जायसवाल, सूर्यकुमार यादव, कुलदीप यादव और अक्षर पटेल को भी आमंत्रित किया गया है

हालांकि, इस साल दुलीप ट्रॉफी में जसप्रीत बुमराह की भागीदारी संदिग्ध है। बुमराह, जिन्होंने 2024 टी20 विश्व कप में भारत की जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी, संभवतः इस टूर्नामेंट में नहीं खेलेंगे। यह भी संभावना है कि वह बांग्लादेश टेस्ट श्रृंखला में भी शामिल नहीं होंगे। बुमराह की चोट की स्थिति और फिटनेस पर ध्यान देते हुए, चयनकर्ता और टीम प्रबंधन उनके कार्यभार को संभालने में सावधानी बरत रहे हैं।

शेड्यूल और स्थान

भारत को आगामी चार महीनों में 10 टेस्ट मैच खेलने हैं, जिसमें से पांच भारत में और पांच ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर होंगे। दुलीप ट्रॉफी, जिसमें कुल छह मैच होंगे, 5 सितंबर से आंध्र प्रदेश के अनंतपुर में आयोजित की जाएगी। हालांकि, रिपोर्ट के अनुसार, आयोजन स्थल को बेंगलुरु के एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में स्थानांतरित किया जा सकता है, बशर्ते भारतीय क्रिकेटर इसमें भाग लेने के लिए सहमत हों, क्योंकि अनंतपुर में हवाई अड्डा नहीं है।

भविष्य की तैयारी और युवा खिलाड़ियों को मौका

टीम प्रबंधन के लिए यह टूर्नामेंट एक सुनहरा अवसर है कि वे बांग्लादेश श्रृंखला शुरू होने से पहले चेन्नई में संभावित शिविर आयोजित करें, ताकि खिलाड़ी बेहतर तैयारी कर सकें। अगर यह शिविर आयोजित होता है, तो यह संभव है कि रोहित और कोहली पहले मैच में ही खेलें।

बीसीसीआई की वार्षिक अनुबंध सूची से बाहर किए गए श्रेयस अय्यर और ईशान किशन को भी टूर्नामेंट में खेलने का मौका मिलेगा। हालांकि, अनुभवी चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे को इस बार चयन में शामिल नहीं किया जाएगा। यह दर्शाता है कि टीम प्रबंधन भविष्य की सोच के साथ युवा पीढ़ी पर भरोसा जता रहा है।

श्रेयस अय्यर और ईशान किशन को बीसीसीआई के उस आदेश की अनदेखी करने के लिए दंडित किया गया था, जिसमें राष्ट्रीय टीम में रहते हुए घरेलू प्रतियोगिताओं को नहीं छोड़ने का निर्देश दिया गया था। अय्यर ने इस महीने की शुरुआत में श्रीलंका के खिलाफ वनडे सीरीज के जरिए राष्ट्रीय टीम में वापसी की है, लेकिन ईशान किशन करीब नौ महीने से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट नहीं खेल पाए हैं।

खिलाड़ियों की भूमिका और जिम्मेदारी

दुलीप ट्रॉफी भारतीय क्रिकेटरों के लिए खुद को साबित करने का बेहतरीन मंच है। इस टूर्नामेंट के जरिए युवा खिलाड़ी अपने कौशल और क्षमता का प्रदर्शन कर सकते हैं। वहीं, सीनियर खिलाड़ियों के लिए यह एक मौका है कि वे युवा खिलाड़ियों को प्रेरित करें और टीम के नेतृत्व में अपना योगदान दें।

रोहित शर्मा और विराट कोहली की उपस्थिति से न केवल टूर्नामेंट का आकर्षण बढ़ेगा, बल्कि यह युवा खिलाड़ियों के लिए भी एक सीखने का अवसर होगा। टीम के भीतर स्वस्थ प्रतिस्पर्धा और एकजुटता का माहौल बनेगा, जो भारतीय क्रिकेट के भविष्य के लिए सकारात्मक संकेत है।

दुलीप ट्रॉफी का महत्व

दुलीप ट्रॉफी भारतीय घरेलू क्रिकेट में एक प्रतिष्ठित टूर्नामेंट है, जो खिलाड़ियों को अपनी क्षमताओं को निखारने और राष्ट्रीय टीम में स्थान पाने का मौका देता है। यह टूर्नामेंट भारतीय क्रिकेट की प्रतिभा का एक अद्वितीय संगम है, जहां विभिन्न राज्यों और क्षेत्रों के खिलाड़ी एक साथ खेलते हैं और अपने कौशल का प्रदर्शन करते हैं।

इस साल के दुलीप ट्रॉफी में रोहित शर्मा और विराट कोहली की भागीदारी से यह टूर्नामेंट और भी रोमांचक और प्रतिस्पर्धात्मक होगा। चयनकर्ताओं के लिए यह एक बेहतरीन अवसर होगा कि वे खिलाड़ियों के प्रदर्शन का मूल्यांकन कर सकें और आगामी अंतरराष्ट्रीय श्रृंखलाओं के लिए एक मजबूत टीम का चयन कर सकें।

इस प्रकार, दुलीप ट्रॉफी न केवल खिलाड़ियों के लिए बल्कि भारतीय क्रिकेट के लिए भी एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हो सकता है, जो आने वाले समय में भारतीय टीम की सफलता में योगदान देगा।

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