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“Iran vs Israel war: क्या युद्ध के कगार पर है पश्चिम एशिया?”

Israel war

“Iran vs Israel war: क्या युद्ध के कगार पर है पश्चिम एशिया?”

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने गुरुवार को कहा कि उन्हें नहीं लगता कि इजरायल (Israel) ईरान के खिलाफ कोई जवाबी हमला करेगा, जबकि इस बीच पश्चिम एशिया में तनाव काफी बढ़ गया है।

बाइडन ने व्हाइट हाउस में संवाददाताओं से कहा, “पहली बात, हम इजरायल को कुछ ‘अनुमति’ नहीं देते, बल्कि हम इजरायल को सलाह देते हैं। और आज कुछ नहीं होने वाला है।” यह बयान तब आया जब उनसे पूछा गया कि क्या अमेरिका इजरायल को ईरान पर हमला करने की अनुमति देगा।

यह टिप्पणी उस समय आई जब ईरान ने हाल ही में इजरायल (Israel) पर बड़े पैमाने पर मिसाइल हमले किए थे। ईरान ने इजरायल पर 180 से अधिक मिसाइल दागे, जिसे उसने गाजा और लेबनान में इजरायली आक्रमण और अपने कुछ शीर्ष नेताओं की हत्या का प्रतिशोध बताया।

यह हमला तब हुआ जब इजरायल (Israel) ने एक हफ्ते पहले लेबनान के हिज़बुल्लाह नेता हसन नसरल्लाह और ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड्स के उच्च कमांडर अब्बास निलफोरुशान पर हवाई हमला कर उन्हें मार दिया था।

क्षेत्रीय तनाव और राजनीतिक प्रयास

गुल्फ देशों के नेताओं ने कतर में एशियाई देशों की बैठक के दौरान इस बढ़ते संघर्ष को रोकने के प्रयासों पर चर्चा की। रिपोर्ट्स के अनुसार, खाड़ी देशों ने ईरान को आश्वासन दिया कि वे इजरायल-ईरान संघर्ष में तटस्थ रहेंगे, क्योंकि उन्हें अपने तेल के बुनियादी ढांचे पर खतरा महसूस हो रहा था।

इजरायल और लेबनान की सीमा पर भी स्थिति तनावपूर्ण है, जहां हिज़बुल्लाह और इजरायली बलों के बीच संघर्ष हो रहा है। इजरायली सेना ने दक्षिणी लेबनान के निवासियों को अपने घर छोड़ने की चेतावनी दी है, जो संकेत दे सकता है कि इजरायल अपने जमीनी हमलों को और विस्तारित कर सकता है।

इस बीच, इजरायली रक्षा बल (IDF) ने हिज़बुल्लाह के ठिकानों पर सीमित जमीनी हमला शुरू किया है, जिसमें अब तक आठ इजरायली सैनिक मारे जा चुके हैं।

ईरान का सख्त संदेश

ईरान ने कतर के माध्यम से अमेरिका को संदेश भेजा है कि वह क्षेत्रीय युद्ध नहीं चाहता, लेकिन उसने यह भी कहा कि एकतरफा संयम की स्थिति समाप्त हो गई है। ईरान ने चेतावनी दी है कि यदि इजरायल ने हमला किया तो उसका ‘अनियमित’ जवाब दिया जाएगा, जिसमें इजरायल की बुनियादी ढांचे को निशाना बनाना भी शामिल है।

इस बीच, लेबनान के राजदूत शौकी बौ नासर ने एक साक्षात्कार में कहा कि इजरायल के मौजूदा ऑपरेशन के चलते एक बड़े क्षेत्रीय युद्ध की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है। उन्होंने उम्मीद जताई कि कूटनीतिक प्रयास इस संघर्ष को बढ़ने से रोकेंगे और सभी पक्षों को स्थिरता की ओर ले जाएंगे।

इजरायली हवाई हमले और हिज़बुल्लाह की प्रतिक्रिया

इजरायल ने हाल के दिनों में बेरूत पर हवाई हमले किए हैं, जिसमें नौ लोग मारे गए। यह हमला बेरूत के एक अपार्टमेंट पर किया गया, जबकि इजरायल पहले से ही लेबनान में हिज़बुल्लाह ठिकानों को निशाना बना रहा है।

लेबनान की सेना ने भी इजरायल पर जवाबी हमला किया, जो लगभग एक साल के संघर्ष के बाद पहला जवाबी हमला था। पिछले एक साल में इजरायल और हिज़बुल्लाह के बीच चल रहे संघर्ष में 1,974 लोग मारे गए हैं, जिनमें 127 बच्चे शामिल हैं।

क्षेत्रीय स्थिरता की चुनौती

इस संघर्ष के बीच, जापान, ऑस्ट्रेलिया और ब्रिटेन जैसे देशों ने लेबनान से अपने नागरिकों को निकाल लिया है। लेबनान के स्वास्थ्य मंत्री फिरास अबीद ने बताया कि इजरायली हमलों के बाद से लेबनान में 9,384 लोग घायल हो चुके हैं।

इजरायल ने हिज़बुल्लाह पर आरोप लगाया है कि वह सीरिया से लेबनान में हथियार तस्करी कर रहा है। इस बीच, लेबनान के परिवहन मंत्री अली हामेह ने कहा कि सभी सीमा पारियों पर सख्त निगरानी रखी जा रही है।

निष्कर्ष

पश्चिम एशिया में बढ़ते तनाव और ईरान-इजरायल संघर्ष के बीच, क्षेत्रीय स्थिरता को बनाए रखने के लिए कूटनीतिक प्रयासों की सख्त जरूरत है। इस समय सभी पक्षों के बीच राजनीतिक समाधान की ही आवश्यकता है, ताकि इस संघर्ष को और बढ़ने से रोका जा सके और सभी के लिए सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।

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