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Radha Yadav : भारत की होनहार क्रिकेटर की प्रेरणादायक कहानी

Radha Yadav

Radha Yadav : भारत की होनहार क्रिकेटर की प्रेरणादायक कहानी

Radha Yadav (जन्म 21 अप्रैल 2000) एक भारतीय क्रिकेटर हैं, जो अपने उत्कृष्ट कौशल और मेहनत से देश और दुनियाभर में पहचान बना चुकी हैं। वह मुंबई, बड़ौदा और वेस्ट ज़ोन के लिए खेलती हैं। राधा ने अब तक 4 फर्स्ट क्लास, 13 लिस्ट ए, और 16 महिला ट्वेंटी-20 मैच खेले हैं। उन्होंने 10 जनवरी 2015 को केरल के खिलाफ घरेलू क्रिकेट में अपनी शुरुआत की थी। इस युवा खिलाड़ी की यात्रा कई संघर्षों और चुनौतियों से भरी रही है, लेकिन उन्होंने अपने हौसले और लगन से उन सभी को पार कर लिया है।

Radha Yadav का जीवन बचपन से ही संघर्षपूर्ण रहा है

राधा का जन्म मुंबई के कांदिवली (पश्चिम) में सातवें महीने में समय से पहले हुआ था। उनके जीवन का पहला संघर्ष यही से शुरू हुआ। वह अपने परिवार के साथ 225 वर्ग फुट के छोटे से घर में रहती हैं, जो उनके पिता के सब्जी के ठेले के पीछे स्थित है। उनके पिता ओमप्रकाश यादव मूल रूप से उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले से हैं, लेकिन बेहतर जीवन की तलाश में मुंबई आ गए थे। उनका घर जिस क्षेत्र में स्थित है, वह स्लम रिडेवलपमेंट एरिया (SRA) योजना के तहत पुनर्विकसित किया गया था।

राधा की क्रिकेट के प्रति रुचि उनके बचपन के दिनों में ही विकसित हो गई थी। वह अपने घर के पास के समाज के परिसर में लड़कों के साथ क्रिकेट खेला करती थीं। यह वहीं था जहां उनके कोच प्रफुल नाइक की नजर उन पर पड़ी। नाइक ने राधा के खेल में एक विशेष प्रतिभा देखी और जब वह केवल 12 साल की थीं, तब से उन्होंने राधा को प्रशिक्षण देना शुरू कर दिया। उनके कोच ने उन्हें आनंदीबाई दामोदर काले विद्यालय से हटाकर 2013 में कांदिवली के ‘आवर लेडी ऑफ रेमेडी’ स्कूल में शिफ्ट कर दिया ताकि वह बेहतर क्रिकेट सुविधाएं प्राप्त कर सकें। इसके बाद राधा विद्या कुंज स्कूल गईं।

गुजरात से भारत की महिला क्रिकेट टीम तक का सफर

राधा यादव ने गुजरात के घरेलू क्रिकेट से अपनी पहचान बनाना शुरू किया। 2018 में, जब उन्हें मात्र 17 वर्ष की आयु में दक्षिण अफ्रीका दौरे के लिए भारतीय महिला क्रिकेट टीम में चुना गया, तब वह गुजरात की घरेलू टीम से चुनी जाने वाली पहली खिलाड़ी बनीं। एक बाएं हाथ की स्पिनर के रूप में, वह छोटे प्रारूपों में अधिक निपुण हैं और मैदान पर उनकी चुस्ती-फुर्ती उन्हें एक बेहतरीन क्षेत्ररक्षक भी बनाती है।

राधा की घरेलू प्रतियोगिताओं में शानदार प्रदर्शन ने चयनकर्ताओं का ध्यान खींचा और वह जल्द ही भारतीय महिला क्रिकेट टीम में अपनी जगह पक्की करने में सफल रहीं। उन्होंने अपने T20 करियर की शुरुआत दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 13 फरवरी 2018 को की। इसी साल उन्होंने महिला टी20 वर्ल्ड कप में भी हिस्सा लिया और शानदार प्रदर्शन किया।

राधा यादव का करियर अब तक छोटे प्रारूपों में ज्यादा केंद्रित रहा है, खासकर टी20 में। लेकिन उनकी प्रतिभा और मेहनत को देखते हुए, आने वाले समय में वह वनडे और टेस्ट क्रिकेट में भी अपने लिए एक मजबूत स्थान बना सकती हैं।

उल्लेखनीय उपलब्धियां और करियर का उत्थान

राधा यादव ने अक्टूबर 2018 में भारत की महिला क्रिकेट टीम के लिए आईसीसी महिला वर्ल्ड ट्वेंटी-20 टूर्नामेंट में भी हिस्सा लिया, जो वेस्ट इंडीज में आयोजित हुआ था। इस टूर्नामेंट में वह भारत की संयुक्त रूप से सबसे ज्यादा विकेट लेने वाली खिलाड़ी रहीं, उन्होंने 5 मैचों में 8 विकेट लिए थे।

जनवरी 2020 में, उन्हें ऑस्ट्रेलिया में आयोजित 2020 आईसीसी महिला टी20 वर्ल्ड कप के लिए भारतीय टीम में चुना गया। राधा ने अपनी प्रतिभा से सबको प्रभावित किया और अपने नाम कई महत्वपूर्ण उपलब्धियां दर्ज कीं। 9 नवंबर 2020 को, महिला टी20 चैलेंज के फाइनल मैच में, जो ट्रेलब्लेज़र्स और सुपरनोवास के बीच खेला गया था, राधा ने 5 विकेट लेकर इस टूर्नामेंट में पहली बार किसी खिलाड़ी द्वारा 5 विकेट लेने का कीर्तिमान स्थापित किया।

एकदिवसीय और टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण

राधा के टी20 करियर की सफलता के बाद, फरवरी 2021 में उन्हें दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ एकदिवसीय (WODI) श्रृंखला के लिए भारतीय महिला क्रिकेट टीम में चुना गया। उन्होंने 14 मार्च 2021 को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अपना पहला वनडे मैच खेला। इसके बाद मई 2021 में, उन्हें इंग्लैंड महिला क्रिकेट टीम के खिलाफ एकमात्र टेस्ट मैच के लिए भारतीय टेस्ट टीम में भी जगह दी गई।

राधा ने अपने प्रदर्शन से न केवल भारत में, बल्कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट जगत में भी अपनी पहचान बनाई। 2021 में, उन्होंने ऑस्ट्रेलिया की बिग बैश लीग (WBBL) में सिडनी सिक्सर्स के लिए भी खेला, जो उनके करियर का एक और महत्वपूर्ण पड़ाव साबित हुआ।

कॉमनवेल्थ खेलों में राधा यादव का प्रदर्शन

2022 में, राधा को बर्मिंघम में आयोजित कॉमनवेल्थ गेम्स के लिए भारतीय टीम में शामिल किया गया। यह उनके करियर का एक और महत्वपूर्ण मोड़ था, जहां उन्होंने भारतीय महिला क्रिकेट टीम के साथ बड़े मंच पर शानदार प्रदर्शन किया।

2024 टी20 वर्ल्ड कप की तैयारी

राधा यादव का करियर अब नई ऊंचाइयों पर है। उन्हें 2024 में होने वाले आईसीसी महिला टी20 वर्ल्ड कप के लिए भारतीय टीम में शामिल किया गया है। इस टूर्नामेंट में उनका अनुभव और कुशलता टीम इंडिया के लिए महत्वपूर्ण साबित हो सकती है।

निष्कर्ष

राधा यादव की कहानी हमें बताती है कि यदि मेहनत और लगन हो तो कोई भी बाधा आपके सपनों के रास्ते में नहीं आ सकती। उन्होंने अपने जीवन के संघर्षों से सीख लेकर, अपने क्रिकेट करियर में असाधारण ऊंचाइयां हासिल की हैं। एक समय जो लड़की कांदिवली की छोटी गलियों में लड़कों के साथ क्रिकेट खेला करती थी, आज वह भारतीय महिला क्रिकेट टीम की प्रमुख खिलाड़ी बन चुकी हैं। उनका यह सफर न केवल प्रेरणादायक है, बल्कि हर युवा क्रिकेटर के लिए एक मिसाल है।

राधा यादव की आने वाले वर्षों में और भी बड़ी उपलब्धियों की उम्मीद की जा रही है, और वह निश्चित रूप से भारतीय क्रिकेट के भविष्य का एक चमकता सितारा हैं।

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