“गौतम गंभीर के बचाव में सौरव गांगुली: Ricky Ponting विवाद और बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी पर बढ़ता तनाव”
सौरव गांगुली ने गौतम गंभीर का किया बचाव, रिकी पोंटिंग विवाद पर दिया करारा जवाब
पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली ने गौतम गंभीर के बयान पर हो रही आलोचना के बीच उनका बचाव किया है। हाल ही में न्यूज़ीलैंड के खिलाफ भारत की 0-3 की घरेलू हार के बाद गंभीर की कोचिंग शैली और प्रेस कॉन्फ्रेंस में दिए गए सीधे-सपाट जवाबों को लेकर सवाल उठने लगे थे। लेकिन गांगुली का मानना है कि गंभीर को उनके बेबाक रवैये के लिए आलोचना का सामना नहीं करना चाहिए।
गांगुली ने एक इंटरव्यू में गंभीर की शैली को लेकर कहा, “गंभीर को वैसा ही रहने दीजिए जैसा वह हैं। मैंने देखा कि प्रेस कॉन्फ्रेंस में उनके बयान की आलोचना हो रही है, लेकिन वह हमेशा ऐसे ही रहे हैं। जब उन्होंने आईपीएल जीता था, तब इसी रवैये के लिए उनकी तारीफ की गई थी। अब कुछ मैच हारने और एक सीरीज गंवाने के बाद लोग उनके रवैये पर सवाल उठा रहे हैं। लेकिन वह हमेशा ईमानदार और सीधे-सपाट रहे हैं। यह उनका स्वभाव है और इसमें कोई बदलाव नहीं होना चाहिए। वह एक जुझारू व्यक्ति हैं और कड़ी टक्कर देते हैं। उन्हें समय दीजिए—अभी उनके कार्यकाल को कुछ ही महीने हुए हैं और लोग पहले ही निर्णय लेने लगे हैं।”
ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट की आक्रामक शैली का जिक्र
गांगुली ने ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट की आक्रामक शैली का भी जिक्र किया और कहा कि गंभीर का बयान उसी प्रतिस्पर्धात्मक रवैये को दर्शाता है। उन्होंने कह “ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी हमेशा से आक्रामक क्रिकेट खेलते आए हैं। स्टीव वॉ, रिकी पोंटिंग और मैथ्यू हेडन जैसे खिलाड़ी इसका उदाहरण हैं। गंभीर के बयानों में भी वही भावना है। इसमें कुछ भी गलत नहीं है।”
रिकी पोंटिंग और गौतम गंभीर के बीच विवाद
यह विवाद तब शुरू हुआ जब रिकी पोंटिंग ने विराट कोहली और रोहित शर्मा की फॉर्म को लेकर चिंता जाहिर की। इसके जवाब में गंभीर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा,“रिकी पोंटिंग का भारतीय क्रिकेट से क्या लेना-देना? उन्हें ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट के बारे में सोचना चाहिए। कोहली और रोहित ने भारतीय क्रिकेट के लिए बहुत कुछ किया है और भविष्य में भी करेंगे।”
गंभीर के इस बयान पर पोंटिंग ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए उन्हें “चुभने वाला शख्स” (prickly character) कहा। हालांकि, उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि उन्होंने कोहली को आगामी बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में अच्छा प्रदर्शन करने की उम्मीद जताई थी।
टीम पेन का तीखा बयान
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान टिम पेन ने भी गंभीर पर कटाक्ष करते हुए उन्हें “भारत की सबसे बड़ी समस्या” करार दिया। पेन ने पूर्व कोच रवि शास्त्री की तारीफ करते हुए कहा कि उनके नेतृत्व में भारतीय टीम ने लगातार दो बार ऑस्ट्रेलिया में सीरीज जीती।
भारत के लिए बड़ी चुनौती
गौतम गंभीर के कोचिंग कार्यकाल की शुरुआत चुनौतीपूर्ण रही है। न्यूज़ीलैंड और श्रीलंका के खिलाफ हालिया हार ने उनकी रणनीतियों पर सवाल खड़े कर दिए हैं। बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आगामी सीरीज उनके और भारतीय टीम के लिए एक बड़ी परीक्षा होगी। यह सीरीज 22 नवंबर से शुरू हो रही है और दोनों टीमों के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा देखने को मिलेगी।
गांगुली की गंभीर के प्रति अपील
गांगुली ने गंभीर के जुझारू स्वभाव और क्रिकेट के प्रति उनके समर्पण की सराहना की। उन्होंने कहा,“गंभीर हमेशा से जुझारू खिलाड़ी रहे हैं। वह हार मानने वालों में से नहीं हैं। हम सभी जानते हैं कि ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी हमेशा से कठिन प्रतिद्वंदी रहे हैं। चाहे वह स्टीव वॉ हो, पोंटिंग हो या हेडन। गंभीर भी उसी भावना के साथ खेलते हैं। हमें उन्हें समय देना चाहिए। अभी केवल दो-तीन महीने ही हुए हैं, और लोग पहले ही उनके बारे में फैसले करने लगे हैं।”
सीरीज पर बढ़ता तनाव
रिकी पोंटिंग और गौतम गंभीर के बीच की बयानबाजी ने सीरीज के रोमांच को और बढ़ा दिया है। दोनों टीमों के खिलाड़ी इस सीरीज में अपना दबदबा साबित करना चाहेंगे। भारतीय टीम के लिए यह मौका होगा कि वे घरेलू हार को भुलाकर ऑस्ट्रेलिया में शानदार प्रदर्शन करें। वहीं, ऑस्ट्रेलियाई टीम भी पूरी तैयारी के साथ मैदान में उतरने को तैयार है।
गांगुली के बयान ने यह स्पष्ट कर दिया है कि गंभीर पर उठ रहे सवालों के बावजूद, उनके अंदर भारतीय क्रिकेट को ऊंचाइयों पर ले जाने की काबिलियत है। भारतीय प्रशंसकों को उम्मीद है कि गंभीर की नेतृत्व क्षमता और टीम की कड़ी मेहनत इस हाई-स्टेक मुकाबले में रंग लाएगी।
निष्कर्ष:
गौतम गंभीर और रिकी पोंटिंग के बीच यह बहस केवल बयानबाजी तक सीमित नहीं है, बल्कि दोनों देशों के बीच क्रिकेट प्रतिद्वंद्विता का हिस्सा है। यह देखना दिलचस्प होगा कि आगामी सीरीज में भारतीय टीम कैसे प्रदर्शन करती है और क्या गंभीर अपने आलोचकों को जवाब देने में सफल होते हैं।