“Smriti Mandhana ने मिथाली राज को पछाड़ा, भारतीय महिला क्रिकेट की सबसे अधिक वनडे शतक लगाने वाली खिलाड़ी बनीं”
भारतीय महिला क्रिकेट में नया कीर्तिमान स्थापित करते हुए Smriti mandhana ने न्यूज़ीलैंड के खिलाफ अपने आठवें वनडे शतक के साथ मिथाली राज को पीछे छोड़ दिया। इस शतक के साथ मंधाना ने न सिर्फ भारत की जीत में योगदान दिया बल्कि महिला क्रिकेट में अपनी जगह को और भी मजबूत किया। अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेले गए इस तीसरे वनडे में भारत ने न्यूज़ीलैंड को छह विकेट से हराकर तीन मैचों की सीरीज़ 2-1 से जीत ली।
Smriti Mandhana का ऐतिहासिक शतक और भारतीय टीम की जीत की कहानी
मंधाना ने अपनी इस 100 रनों की पारी के दौरान 121 गेंदों में 10 चौके जड़े। इस पारी के बाद उनके नाम वनडे में कुल 8 शतक हो गए हैं, जिससे वह भारतीय महिला क्रिकेट में सबसे अधिक शतक लगाने वाली खिलाड़ी बन गई हैं। इससे पहले यह रिकॉर्ड मिथाली राज के नाम था, जिन्होंने 7 शतक लगाए थे।
इस ऐतिहासिक मैच में न्यूज़ीलैंड ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाज़ी का निर्णय लिया। भारतीय गेंदबाजों ने शुरुआत से ही न्यूज़ीलैंड के बल्लेबाजों पर दबाव बनाया और उन्हें जल्दी आउट कर दिया। न्यूज़ीलैंड की बल्लेबाज ब्रुक हॉलिडे ने 86 रनों की पारी खेलकर टीम को 232 रनों तक पहुँचाने में मदद की, लेकिन भारतीय गेंदबाजों ने समय-समय पर विकेट लेकर न्यूज़ीलैंड की रनगति को रोके रखा।
भारतीय टीम के शानदार प्रदर्शन की झलक
लक्ष्य का पीछा करते हुए, भारत की शुरुआत थोड़ी धीमी रही क्योंकि चौथे ओवर में शैफाली वर्मा जल्दी आउट हो गईं। इसके बाद, मंधाना और यास्तिका भाटिया ने संयम से खेलते हुए 76 रनों की साझेदारी की और भारतीय पारी को स्थिरता दी। यास्तिका भाटिया के 35 रन पर आउट होने के बाद, मंधाना और कप्तान हरमनप्रीत कौर ने चौथे विकेट के लिए 117 रनों की साझेदारी की, जिससे भारत की जीत लगभग सुनिश्चित हो गई। हरमनप्रीत कौर ने नाबाद 59 रन बनाए और आखिरी चार रन मारकर भारत को जीत दिलाई।
मंधाना का यह शतक इस साल उनका तीसरा वनडे शतक है, जो उनकी लगातार शानदार फॉर्म को दर्शाता है। उनके इस प्रदर्शन ने टीम को जीत की ओर अग्रसर किया और सीरीज़ जीतने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
भारतीय महिला क्रिकेट टीम के उभरते सितारे
भारत की इस ऐतिहासिक जीत में कई खिलाड़ियों का योगदान रहा, जिसमें युवा और अनुभवी खिलाड़ी दोनों शामिल थे। स्मृति मंधाना की बल्लेबाजी और हरमनप्रीत कौर की कप्तानी ने इस सीरीज़ में भारतीय टीम को मजबूती दी। इसके अलावा, यास्तिका भाटिया, रेणुका ठाकुर सिंह, और दीप्ति शर्मा जैसे खिलाड़ियों ने भी बेहतरीन प्रदर्शन किया, जो बताता है कि भारतीय टीम का भविष्य उज्ज्वल है।
इस मैच में भारतीय गेंदबाजों ने भी शानदार प्रदर्शन किया। रेणुका ठाकुर सिंह और अन्य गेंदबाजों ने सटीक लाइन और लेंथ के साथ गेंदबाजी की, जिससे न्यूज़ीलैंड की टीम को शुरुआत से ही दबाव में रखा गया।
भारतीय क्रिकेट के भविष्य के लिए संकेत
इस जीत के बाद भारतीय महिला क्रिकेट टीम के आत्मविश्वास में इज़ाफा होगा और आने वाले टूर्नामेंट्स में उन्हें एक नई ऊर्जा मिलेगी। स्मृति मंधाना का यह शतक और उनका निरंतर अच्छा प्रदर्शन इस बात का संकेत है कि भारतीय टीम महिला क्रिकेट में विश्व स्तर पर अपनी पहचान मजबूत कर रही है। इस जीत के बाद भारत का अगला कदम आने वाली चुनौतियों के लिए तैयारी करना है, जहां इस टीम के खिलाड़ी और भी ऊंचे शिखरों तक पहुँच सकते हैं।
टीम इंडिया का संयोजन:
स्मृति मंधाना, शैफाली वर्मा, यास्तिका भाटिया (विकेटकीपर), हरमनप्रीत कौर (कप्तान), जेमिमा रोड्रिग्स, तेजल हसबनीस, दीप्ति शर्मा, राधा यादव, रेणुका ठाकुर सिंह, साइमा ठाकोर, और प्रिया मिश्रा।
न्यूज़ीलैंड की प्लेइंग इलेवन:
सुज़ी बेट्स, जॉर्जिया प्लिमर, लॉरेन डाउन, सोफी डिवाइन (कप्तान), ब्रुक हॉलिडे, मैडी ग्रीन, इसाबेला गेज़ (विकेटकीपर), हन्नाह रोवे, लीया ताहूहु, ईडन कार्सन, और फ्रैन जोनास।