लॉस एंजिल्स 2028 ओलंपिक: Jay shah के नेतृत्व में क्रिकेट का सुनहरा अध्याय

27 अगस्त (आईएएनएस) -27 अगस्त (आईएएनएस) भारत के जय शाह को मंगलवार को निर्विरोध अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) का अगला स्वतंत्र अध्यक्ष चुना गया और वह इस साल दिसंबर में ग्रेग बार्कले का स्थान लेंगे।

भारत के जय शाह को मंगलवार को निर्विरोध अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) का अगला स्वतंत्र अध्यक्ष चुना गया और वे इस साल दिसंबर में ग्रेग बार्कले की जगह लेंगे। शाह, जो अक्टूबर 2019 से भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के मानद सचिव और जनवरी 2021 से एशियाई क्रिकेट परिषद के अध्यक्ष के रूप में कार्य कर रहे हैं, 1 दिसंबर 2024 को यह प्रतिष्ठित पद संभालेंगे। वर्तमान अध्यक्ष बार्कले द्वारा तीसरा कार्यकाल न लेने का निर्णय लेने के बाद शाह अध्यक्ष पद के लिए एकमात्र नामित व्यक्ति थे। भारतीय क्रिकेट के उभरते सितारे जय शाह को मंगलवार को अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) का नया स्वतंत्र अध्यक्ष चुना गया। यह चुनाव बिना किसी विरोध के हुआ, जिससे शाह को दिसंबर 2024 में इस प्रतिष्ठित पद की कमान संभालने का अवसर मिलेगा। शाह की यह उपलब्धि ना केवल भारतीय क्रिकेट के लिए एक गर्व का क्षण है, बल्कि वैश्विक स्तर पर भी इसका गहरा प्रभाव पड़ेगा।

जय शाह का सफर: भारतीय क्रिकेट से अंतर्राष्ट्रीय मंच तक

जय शाह का क्रिकेट प्रशासन में सफर बेहद दिलचस्प रहा है। अक्टूबर 2019 से बीसीसीआई (भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड) के मानद सचिव और जनवरी 2021 से एशियाई क्रिकेट परिषद के अध्यक्ष के रूप में अपनी सेवाएं देने के बाद, उन्होंने क्रिकेट के क्षेत्र में अपने आप को एक सशक्त नेतृत्वकर्ता के रूप में स्थापित किया। 36 वर्ष की आयु में, शाह ICC के इतिहास में सबसे युवा अध्यक्ष बनेंगे, और भारतीय क्रिकेट प्रशासकों जैसे जगमोहन डालमिया, शरद पवार, एन श्रीनिवासन, और शशांक मनोहर की महान सूची में शामिल हो जाएंगे।

शाह का बड़ा ऐलान: क्रिकेट को वैश्विक मंच पर ले जाने की तैयारी

जय शाह ने अपने चुनाव के बाद एक महत्वपूर्ण घोषणा की, जो क्रिकेट प्रेमियों के लिए बेहद खास है। उन्होंने लॉस एंजिल्स 2028 ओलंपिक में क्रिकेट के समावेश को खेल के विकास के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ बताया। यह पहला मौका होगा जब क्रिकेट ओलंपिक खेलों का हिस्सा बनेगा, और शाह इसे क्रिकेट को वैश्विक स्तर पर नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने का एक सुनहरा अवसर मानते हैं।

उन्होंने कहा, “मैं अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद के अध्यक्ष के रूप में नामांकन से अभिभूत हूं। यह मेरे लिए एक बड़े सम्मान की बात है। क्रिकेट को और अधिक वैश्विक बनाने के लिए ICC टीम और हमारे सदस्य देशों के साथ मिलकर काम करने के लिए प्रतिबद्ध हूं।”

शाह की यह सोच केवल खेल के विस्तार तक सीमित नहीं है, बल्कि वह क्रिकेट को तकनीकी दृष्टिकोण से भी मजबूत करना चाहते हैं। उन्होंने कहा, “हम एक ऐसे महत्वपूर्ण मोड़ पर खड़े हैं, जहां कई प्रारूपों के सह-अस्तित्व को संतुलित करना, उन्नत तकनीकों को अपनाने को बढ़ावा देना, और हमारे प्रमुख आयोजनों को नए वैश्विक बाजारों में पेश करना बहुत महत्वपूर्ण है। हमारा लक्ष्य क्रिकेट को पहले से कहीं अधिक समावेशी और लोकप्रिय बनाना है।”

ओलंपिक 2028: क्रिकेट के लिए एक नया युग

जय शाह ने यह स्पष्ट कर दिया कि लॉस एंजिल्स 2028 ओलंपिक में क्रिकेट के समावेश से खेल को विश्व मंच पर एक नई पहचान मिलेगी। उन्होंने कहा, “एलए 2028 ओलंपिक में हमारे खेल को शामिल करना क्रिकेट के विकास के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ है, और मुझे विश्वास है कि यह खेल को अभूतपूर्व तरीके से आगे बढ़ाएगा।”

यह घोषणा वैश्विक क्रिकेट के परिदृश्य में एक नई लहर की शुरुआत है। क्रिकेट का ओलंपिक में शामिल होना न केवल खेल की लोकप्रियता को बढ़ाएगा, बल्कि उन देशों को भी मौका देगा जहां क्रिकेट अब तक मुख्यधारा में नहीं रहा है। इससे न केवल क्रिकेट के प्रति लोगों का रुझान बढ़ेगा, बल्कि नए प्रतिभाओं के उभरने की संभावना भी बढ़ेगी।

भारतीय क्रिकेट प्रशासकों की विरासत

जय शाह का आईसीसी अध्यक्ष बनना भारतीय क्रिकेट के लिए एक महत्वपूर्ण क्षण है। इससे पहले एन. श्रीनिवासन, शशांक मनोहर, जगमोहन डालमिया और शरद पवार जैसे दिग्गजों ने इस पद पर अपनी अमिट छाप छोड़ी है। अब जय शाह इस विरासत को आगे बढ़ाने के लिए तैयार हैं।

शाह का यह चुनाव आईसीसी के लिए एक नया अध्याय खोलता है, जहां खेल की पहुंच को और अधिक व्यापक बनाने की दिशा में प्रयास किए जाएंगे। क्रिकेट के प्रति शाह का दृष्टिकोण और उनकी नवाचारी सोच, न केवल भारतीय क्रिकेट को, बल्कि वैश्विक क्रिकेट को भी एक नई दिशा देगी।

शाह का नेतृत्व और क्रिकेट का भविष्य

जय शाह का आईसीसी अध्यक्ष बनना न केवल भारतीय क्रिकेट के लिए बल्कि पूरे क्रिकेट जगत के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ है। उनकी सोच, नेतृत्व और खेल के प्रति उनकी प्रतिबद्धता से क्रिकेट को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने की उम्मीद की जा रही है। खासकर जब क्रिकेट 2028 ओलंपिक में शामिल होगा, तो यह खेल के भविष्य के लिए एक सुनहरा अध्याय साबित होगा।

 

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